आचार्य चाणक्य कहते है की ये तीन लोगो की मदद कभी भी नही करनी चाहिए। वो कोन 3 लोग ही जिनकी हमे कभी भी मदद नही करनी चाहिए तो ये स्टोरी पूरी जरूर पढ़ना

हमे बचपन से सिखाया जाता है की हमे जरूरत मंद लोगो की हमेशा मदद करनी चाहिए हमारे समाज में किसी की मदद करने को अच्छे संस्कार के रूप में दर्शाया जाता है

और ये सच भी हे की हम किसी की मदद करने में ज्यादा सोचने भी नही है और किसी को मदद चाहिए भी तो हम हमेशा तैयार रहते है।

चाणक्य की नीतियां दुनिया भर में बहुत ही प्रसिद्ध है। और इन्हीं नीतियां में एक नीति लोगो की मदद करने से जुड़ी हुई है।

आचार्य चाणक्य के अनुसार हमे लोगो की मदद अवश्य ही करनी चाहिए। लिकिन ऐसे भी 3 लोग हे जिनकी मदद कभी नही करनी चाहिए

किसी स्त्री को परेशानी में देख कर मदद के लिए जाना ये स्वाभाविक है। लेकिन कौटिल्य के अनुसार हर एक स्त्री मदद के लायक नहीं होती।

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चाणक्य का मानना है की वो स्त्रियां जो अपनी गलती से परेशानी में फस जाति हे। जिनका काम ही बुरे काम करना है ऐसी स्त्री की मदद करना व्यर्थ है

उदास होना स्वभाव का एक हिस्सा है जो कुछ परिस्थिओ के कारण ही उत्पन होता है लेकिन हर समय उदास रहने वाले लोगो से जितना जल्दी हो सके दूरी बना ले।

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क्युकी जब आप उदास लोगो की मदद भी करेगे तो अंत में वो कभी भी खुशी जाहिर नही करेगे और इनका काम ही ही उदास रहना

आचार्य चाणक्य कहते हे की कभी भी मूर्ख व्यक्ति की मदद नही करनी चाहिए । चाणक्य के अनुसार मूर्ख की मदद करने वाला स्वयं ही मूर्ख कहलाया जाता है।

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अगर आपको लगता है की आप इन 3 प्रकार के लोगो की मदद कर उन्हे एक सही मुकाम हासिल करवा पाएंगे तो आप गलत है। उन्हे सलाह देना या उनको राह दिखाना ही मूर्खता भरा कार्य है क्युकी