जानिए चाणक्य नई ऐसी महत्वपूर्ण chanakya niti जो आपके जीवन में किसी न किसी मोड़ पर काम आ सकती है। ....
मन में सोचे हुए काम को कभी भी किसी के सामने जाहिर नहीं करना चाहिए बल्कि उस काम को अपने मन में कर ही पूर्ण कर देना चाहिए।
आचार्य चाणक्य कहते हे की जो व्यक्ति आर्थिक व्यवहार करने में ज्ञान अर्जन करने में खाने में और काम धंधा करने में शरमाता नहीं हो वह सुखी हो जाता हे।
हम अपना हर कदम फूंक फूंक कर रखे हम वही काम करे जिसके बारे में हम सावधानी पूर्वक समज सके है। जो भविष्य के लिए तैयार हे और किसी भी परिस्थिओं को चतुराई से संभालता है वह सुखी रहता है
नसीब के सहारे चलने वाले लोग जल्दी बर्बाद हो जाते है जिस व्यक्ति की काम करने की कोई व्यवस्था नहीं उसे कोई सुख नहीं मिल सकता
जो चीज दूर दिखाई देती हे जो असंभव दिखाई देती है जो हमारी पहोच से बहार दिखाई देती हे वह भी आसानी से हासिल हो सकती है अगर हम महेनत करते है क्युकी की महेनत से बढ़कर कुछ नहीं
भविष्य में आने वाली मुसीबतो से बचने के लिए धन इखट्टा करना चाहिए चाहे अमीर भी क्यों न हो क्यों की जब धन साथ छोड़ता हे तो संगठित धन भी तेजी से घटने लगता है
दुनिया की हर चीज की अति बुरी होती है क्युकी अत्यधिक सुंदरता के कारण ही सीता हरण हुआ , अति घमंड के कारन रावण का अंत हुआ यानि की सवत्र अति को टालना चाहिए